अयोध्या : कोरोना संक्रमण के चलते दीपोत्सव 2020 के वर्चुअल आयोजन की तैयारी
अयोध्या
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्राजेक्ट दीपोत्सव को पूरी भव्यता के साथ वर्चुअल तरीके से मनाने की तैयारी है, ताकि कोविड गाइड लाइंस का पालन हो सके। साथ ही यह तय किया जाएगा कि किसी आयोजन स्थल पर भीड़ न जुटने पाए। पर्यटन संस्कृति मंत्री और जिले प्रभारी के मंत्री नीलकंठ तिवारी ने गुरुवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक करके विकास कार्यों की समीक्षा के साथ दीपोत्सव और फिल्मी कलाकारों की रामलीला के कार्यक्रमों की कोविड गाइडलाइंस के तहत समीक्षा की। इसमें कई तरह के प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए, जिन्हें पर्यटन मंत्री सीएम योगी के सामने पेश करेंगे।अयोध्या में राम नवमी पर उमड़ी थी भीड़
वहीं दीपोत्सव आयोजन पर भीड़ बढ़ने के साथ कोविड गाइडलांइस के टूटने की भी समस्या रखी गई। यह भी बताया गया कि राम नवमी के समय भी अयोध्या में भीड़ रोकने के समय काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। जबकि उस समय कोविड का प्रकोप बहुत कम था।
208 मंदिरों के प्रबंधन में जलेंगे दीप
बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि अयोध्या के मंदिरों के प्रबंधक अपने मंदिरों में दीपोत्सव की रात्रि में दीप जलवाने की व्यवस्था करें। ऐसे 208 बड़े मंदिरों की सूची तैयार की गई है, जो अपने मंदिरों में भव्य तरीके से दीपोत्सव की व्यवस्था करने में सक्षम हैं। आर्थिक तौर पर कमजोर मंदिरों में दीपोत्सव समिति संस्कृति और सूचना पर्यटन आदि विभाग सरकारी सहयोग देकर दीप जलाने की व्यवस्था करेंगे।
वहीं दीपोत्सव आयोजन पर भीड़ बढ़ने के साथ कोविड गाइडलांइस के टूटने की भी समस्या रखी गई। यह भी बताया गया कि राम नवमी के समय भी अयोध्या में भीड़ रोकने के समय काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। जबकि उस समय कोविड का प्रकोप बहुत कम था।
208 मंदिरों के प्रबंधन में जलेंगे दीप
बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि अयोध्या के मंदिरों के प्रबंधक अपने मंदिरों में दीपोत्सव की रात्रि में दीप जलवाने की व्यवस्था करें। ऐसे 208 बड़े मंदिरों की सूची तैयार की गई है, जो अपने मंदिरों में भव्य तरीके से दीपोत्सव की व्यवस्था करने में सक्षम हैं। आर्थिक तौर पर कमजोर मंदिरों में दीपोत्सव समिति संस्कृति और सूचना पर्यटन आदि विभाग सरकारी सहयोग देकर दीप जलाने की व्यवस्था करेंगे।
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