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सितंबर 6, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अयोध्या: योगी सरकार के लिए एयरपोर्ट विस्तारीकरण की राह नहीं आसान, ये रही वजह

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अयोध्या एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर तीन गांव की ज़मीनों का अधिग्रहण हो रहा है. जबकि इसमे से एक गांव के किसान जमीन देने को तैयार नहीं है. अयोध्या.  उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार का दावा है कि अयोध्या (Ayodhya) में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट (Ayodhya Airport) दिसंबर 2021 तक यानी 15 महीने में तैयार हो जाएगा, लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. क्योंकि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर तीन गांव की ज़मीनों का अधिग्रहण हो रहा है. जबकि इसमे से एक गांव के किसान जमीन देने को तैयार नहीं है. वजह है जो मुआवजा दो अन्य गांवों को मिल रहा है वह मुआवजा उनको नहीं मिल रहा है. किसानों के उचित मुआवजे को लेकर समाजवादी पार्टी व कांग्रेस पार्टी किसानों के समर्थन में उतर आयी है और कई बार धरना प्रदर्शन भी कर चुकी है.  बुधवार को सपा के दिव्यांग नेता पंडित समरजीत अपनी ट्राई साईकल पोस्टर लगवा कर एक दिन के भूख हड़ताल का ऐलान कर शहर में घूम रहा है. ये है मुद्दा पंडित समरजीत का कहना है कि जब तक किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक वह किसानों के पक्ष में लड़ाई लड़ते रहेंग

राम मंदिर निर्माण: रामजन्मभूमि के गर्भगृह के निकट खुदाई का काम शुरू

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  अयोध्या  अयोध्या   रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए नींव के उत्खनन से पहले शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे खुदाई का काम शुरू कर दिया गया है। हाइड्रोलिक ड्रिल मशीन के जरिए एक मीटर व्यास के सौ फिट गहराई में खुदाई के बाद कंक्रीट गलाने में करीब एक सप्ताह का वक्त लग सकता है। बताया गया कि सतह से जैसे-जैसे ड्रिल मशीन नीचे जाएगी वैसे-वैसे जमीन कड़ी होती जाएगी। इसके साथ ही जमीन के आखिरी सतह तक खुदाई के बाद एक मीटर व्यास के डाए को नीचे से ऊपर तक गड्ढे में डाला जाएगा। इसके बाद इसी डाए के सहारे नीचे तक कंक्रीट डाली जाएगी। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय का कहना है कि टेस्ट पाइलिंग का कार्य पूरा होने के बाद एक माह तक पिलर के सेट होने की प्रतीक्षा की जाएगी। इसके बाद भूमिगत पिलर की ताकत को जांचा जाएगा। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ यह समझेंगे कि कंक्रीट में उसकी ताकत बढ़ाने के लिए किसी आवश्यक रसायन को मिलाने की जरूरत है अथवा नहीं। विशेषज्ञों की सलाह के मुताबिक पुन: अक्तूबर माह के द्वितीय सप्ताह से 12 स्थानों पर पाइलिंग का काम शुरू होगा। ट्रस्ट के इंजीनियर दीनानाथ वर्मा क

अयोध्या राम मंदिर : श्रीराम जन्मभूमि मंदिर प्रांगण में पाइलिंग टेस्ट आज से शुरू, पहले टेस्ट पिलर की होगी ढलाई

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  अयोध्या  Ayodhya Ram Mandir श्रीराम जन्मभूमि परिसर में पिलर तैयार होने के बाद यहां विशेषज्ञ इसे मजबूती की कसौटी पर कसेंगे। सब कुछ ठीक पाए जाने के बाद 12 सौ और स्तंभ तैयार होंगे। अयोध्या ।  भगवान राम की नगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण शुरू होने की बहुप्रतीक्षित घड़ी अंतत: आ गई है। आज सुबह से गर्भगृह पर पहले टेस्ट पिलर की ढलाई शुरू हो गई है। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में यह पिलर तैयार होने के बाद यहां विशेषज्ञ इसे मजबूती की कसौटी पर कसेंगे। सब कुछ ठीक पाए जाने के बाद इसी तरीके के 12 सौ और स्तंभ तैयार होंगे, जिन पर मंदिर की नींव रखी जाएगी। टेस्ट पिलर सौ फीट गहरा और एक मीटर व्यास का होगा। इस पिलर में भरने के लिए कंक्रीट फिलहाल बाहर से मंगाया जा रहा है। पिलर की ढलाई के गड्ढे खोदने का काम शुरू करने के साथ ही अन्य पिलर के लिए गड्ढे खोदने का काम भी शुरू कर दिया गया है। यहां पर रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए 1200 पिलर बनने हैं। गड्ढों को 700 फीट की गहराई तक कुएं की शक्ल में खोदकर उसमें पाइलिंग का काम किया जाएगा। यहां पर निर्माण एजेंसी का बैचिंग प्ल

वैदिक व स्मार्ट सिटी के समन्वय का मॉडल बनेगी नव्य अयोध्या, पांच देशों व 25 राज्यों को मिलेगी जमीन

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अयोध्या   राम नगरी में नव्य अयोध्या करीब 740 एकड़ भूमि पर विकसित करने का खाका उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने खींचा है। कुछ सुझावों के साथ अब इसे लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है। लखनऊ  'सबके राम, सबमें राम...।' श्रीराम मंदिर के भूमिपूजन पर गूंजे सद्भाव के इन शब्दों के अनुरूप ही अब को आकार देने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना के साथ साकार होने वाली नव्य अयोध्या वैदिक और स्मार्ट सिटी के समन्वय का मॉडल होगी। सबसे खास बात यह है कि इसमें पांच देशों और 25 राज्यों के लिए प्रारंभिक तौर पर जमीन आरक्षित की जा रही है। राम नगरी में नव्य अयोध्या करीब 740 एकड़ भूमि पर विकसित करने का खाका उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने खींचा है। पिछले दिनों प्रस्तावित परियोजना का प्रस्तुतीकरण भी अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने किया। कुछ सुझावों के साथ अब इसे लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है। श्रीराम की विश्व भर में स्वीकार्यता है, इसलिए माना जा रहा है कि यहां दुनिया भर से श्रद्धालु आएंगे। वे यहां स्थायी ठिकाना भी चाह सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए ही तय किया गया

अभी शुरू नहीं हुई राम मंदिर के नींव की खुदाई, पहले पाइल फाउंडेशन की होगी टेस्टिंग

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अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर निर्माण के लिए नींव खुदाई अभी शुरू नहीं हुई है। नींव की 1200 पायलिंग में पहले एक पाइल (कुएं के आकार का पिलर) फाउंडेशन बनाकर 15 अक्तूबर तक टेस्टिंग का लक्ष्य है। राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र और ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंगलवार को परिसर में तीन घंटे तक एलएंडटी के इंजीनियरों के साथ हजारों साल तक अक्षुण्ण रहने वाले राममंदिर के नींव निर्माण की डिजाइन देखने के साथ सभी तकनीकी दृष्टिकोण पुख्ता करने के निर्देश दिए।  तय हुआ कि पितृपक्ष समाप्त होते ही एलएंडटी मशीनों की पूजा करके एक पाइल फाउंडेशन तैयार किया जाएगा, जिसकी सभी मानकों पर क्षमता जांचने के बाद ही नींव का निर्माण तेजी से होगा। राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त आईएएस नृपेंद्र मिश्र मंगलवार सुबह अकेले ही करीब 9:30 बजे श्रीरामजन्मभूमि परिसर पहुंच गए। वहां पहले से ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व सदस्य डॉ. अनिल मिश्र समेत एलएंडटी के परियोजना प्रबंधक वृजेश कुमार सिंह टीम के साथ मौजूद थे।  नृपेंद्र मिश्र ने नींव तैयार करने की पूरी तकनीकी जानकार

राम मंदिर की नींव खुदाई का काम आज से शुरू होगा

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  अयोध्या अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर मंगलवार से नींव की खुदाई का काम शुरू होगा। सोमवार को इसे लेकर लखनऊ से अयोध्या तक हलचल तेज रही। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन  नृपेन्द्र मिश्रसोमवार को लखनऊ पहुंचे। इसके बाद वे अयोध्या रवाना हो गए। सूत्रों के मुताबिक मंदिर की नींव के लिए भूमि में 100 फुट गहराई तक कुआंखोदने वाली दो मशीनें रविवार को रामजन्मभूमि परिसर पहुंच गई।  कानपुर से पहुंची कासाग्रांड मशीन से नींव कीखुदाई की जाएगी। इस मशीन से पिलर के लिए नींव खोदी जाएगी।  करीब 200 मीटर गहराई तक यह खुदाई की जानी है। इस काम के लिए कुछ और मशीनें जल्दही अयोध्या पहुंच  जाएंगी। लार्सन एण्ड टुब्रो के इंजीनियर इन मशीनों को तैयार करने में जुटे रहे। पूरे परिसर में 1200 स्थानों पर पाइलिंग होनी है। नृपेंद्र पहुंचे अयोध्या, सुरक्षा समिति की बैठक आज  अयोध्या। विराजमान रामलला की  सुरक्षा व्यवस्था का खाका नए से खींचा  जा रहा है। बीएसएफ के पूर्व डीजी व  रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सुरक्षा  सलाहकार केके शर्मा की रिपोर्ट के  आधार पर नए मानकों पर मंथन के लिए  स्थाई सुरक

अयोध्या से होकर श्रवण धाम को निखारने पहुंची विकास गंगा

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विश्व मानचित्र पर पर्यटन में निखरती अयोध्या से होकर विकास की गंगा पहुंच गई।   अंबेडकरनगर : विश्व मानचित्र पर पर्यटन में निखरती अयोध्या से होकर विकास की गंगा आखिरकार श्रवण धाम तक पहुंच गई है। लोक निर्माण विभाग व पर्यटन विभाग इसे चमकाने की तैयारी में जुटा है। दैनिक जागरण में पिछले माह अभियान चलाते हुए श्रवण धाम को संवारने को लेकर आवाज उठाई थी। इसके बाद पर्यटन विभाग की टीम ने मंदिर परिसर और लोक निर्माण विभाग ने सड़क को चमकाने के लिए करीब 15 करोड़ रुपये का खाका तैयार किया है। पर्यटन विभाग ने किया सर्वे : देखरेख और आर्थिक संकट से दुर्दशा का शिकार श्रवणधाम के दिन जल्द बहुरने वाले हैं। पर्यटन विभाग की टीम बीते दिनों में यहां पहुंचकर सर्वे किया है। मंदिर परिसर को संवारने पर परिसर पर्यटन विभाग 54 लाख रुपये खर्च करने का प्रस्ताव तैयार कर चुका है। इसमें विद्युतीकरण समेत पक्का घाट, बेंच व पौधारोपण आदि होगा। श्रवण धाम की चौड़ी और चमाचम होगी सड़क : अयोध्या-अंबेडकनगर राजमार्ग पर अन्नावां बाजार से श्रवण धाम होते हुए पहितीपुर में टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग तक की 3.30 मीटर चौड़ी सड़क को लोक निर्माण विभाग

श्रीराम मंद‍िर न‍िर्माण के ल‍िए कानपुर से अयोध्‍या पहुंची रिग मशीन, तीन-चार द‍िन में शुरू होगा काम

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अयोध्‍या  मशीन से मंदिर की नींव की खोदाई होनी है। मशीन आवश्यकता के अनुरूप गहराई तक नींव की खोदाई करने में सक्षम है।   अयोध्या,।  राममंदिर निर्माण का कार्य अगले तीन से चार दिनों में शुरू हो जाएगा। मंदिर की नींव खोदाई के लिए बहुप्रतीक्षित रिग मशीन रामनगरी पहुंच गई। इसे कानपुर से एलएंडटी ने मंगाया है। हालांकि मशीन मंदिर परिसर के भीतर शनिवार को दाखिल नहीं हो सकी। यह शुक्रवार को रात दस बजे रामजन्मभूमि परिसर के नजदीक स्थित क्षीरेश्वरनाथ मंदिर वाले प्रवेशद्वार के पास खड़ी है। प्रवेशद्वार छोटा होने से मशीन परिसर में प्रवेश नहीं कर सकी, पर ट्रस्ट व  एलएंडटी इसे अंदर ले जाने के प्रयास में है। रात में मंदिर परिसर में प्रवेश कराया जाएगा। मशीन से मंदिर की नींव की खोदाई होनी है। मशीन आवश्यकता के अनुरूप गहराई तक नींव की खोदाई करने में सक्षम है। इसके पहले निर्माण कार्य से जुड़ी कई महत्वपूर्ण मशीनें परिसर पहुंच चुकी है। एलएंडटी के विशेषज्ञों का दल भी पहले ही आ चुका है। अयोध्या: राजस्थान के पाली जिले के 108 गांव से धनसंग्रह कर रामभक्तों ने तकरीबन 12 लाख रुपये श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्

राम मंदिर भूमि पूजन के बाद भगवान राम और परशुराम की मूर्तियों की भारी मांग

  अयोध्या में भव्य राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के बाद से भगवान राम और परशुराम की मूर्तियों की मांग में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पीतल नगरी मुरादाबाद के व्यापारियों का कहना है कि भूमि पूजन के बाद से इनकी मांग बढ़ी है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक स्थानीय व्यापारी अतुल अग्रवाल ने बताया कि पीतल की भगवान राम और परशुराम की मूर्ति व राम दरबार की बहुत मांग है। आप यहां पर दो इंच से लेकर 40-45 इंच तक के राम दरबार पा सकते हैं। अग्रवाल के मुताबिक, भूमि पूजन के बाद मांग में तेजी देखने को मिल रही है। एक अन्य व्यापारी अर्पित ने बताया कि यह तेजी पिछले साल आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही शुरू हो गई थी। पिछले साल के दिवाली के मुकाबले इस बार राम दरबार की मांग ज्यादा है। लोग पीतल की मूर्तियों को काफी पंसद कर रहे हैं। अयोध्या में भव्य राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के बाद से भगवान राम और परशुराम की मूर्तियों की मांग में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पीतल नगरी मुरादाबाद के व्यापारियों का कहना है कि भूमि पूजन के बाद से इनकी मांग बढ़ी है। न्यूज एजेंसी एएनआई

राम मंदिर निर्माण : पितृ पक्ष के बाद शुरू होगा नींव का काम, 1200 स्थानों पर कुंए की तरह पाइलिंग कर बनेगी चट्टान

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अयोध्या   पितृ पक्ष के बाद ही अब अयोध्या में राम मंदिर के आधार का निर्माण शुरु होगा। रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए नींव डालने से पहले मानचित्र में दर्शाए गये आच्छादित क्षेत्रफल जो कि करीब 13 हजार वर्ग मी.है, के सौ फिट नीचे तक 12 सौ स्थानों पर कुंए की तरह पाइलिंग कर चट्टान की आधार शिला तैयार की जाएगी।  पुन: इसके ऊपर निर्धारित ड्राइंग के अनुसार नींव खड़ी जाएगी। फिर मूल मंदिर के धरातल का निर्माण किया जाएगा। इस कार्य को शुरु करने के लिए कार्यदाई संस्था एलएण्डटी ने विशेष प्रकार के मशीनों को पहले ही मुम्बई से मंगा लिया है। कुछ अभी हैदराबाद, आंध्र प्रदेश से आनी है। फिलहाल कार्य आरम्भ करने के लिए पितृ पक्ष के खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है। चातुर्मास खत्म कर अयोध्या पहुंचे शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती चातुर्मास की समाप्ति के उपरांत शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे। उन्होंने राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला का दर्शन- पूजन किया। इससे पहले उन्होंने कारसेवकपुरम में जाकर ट्रस्ट महासचिव चंपत रा

अयोध्या में बाबरी मस्जिद के बराबर आकार की बनेगी नई मस्जिद: ट्रस्ट

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 अयोध्या सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा गठित ट्रस्ट अयोध्या के धन्नीपुर में बाबरी मस्जिद के बराबर आकार की मस्जिद बनवाएगा। इस मस्जिद परिसर में अस्पताल, पुस्तकालय और संग्रहालय आदि होंगे। यह जानकारी ट्रस्ट के एक प़दाधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि संग्रहालय के निर्माण के लिए सलाहकार क्यूरेटर की जिम्मेदारी प्रो पुष्पेश पंत को सौंपी गई है। बाबरी मस्जिद इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन (आईआईसीएफ) के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने शनिवार को बताया, 'धन्नीपुर में जो मस्जिद बनेगी, उसके साथ इंडो इस्लामिक शोध संस्थान में जनसामान्य के लिये अस्पताल, संग्रहालय जैसी सुविधायें होंगी। मस्जिद 15 हजार वर्ग फीट में होगी जबकि बाकी बची जमीन पर अन्य सारी सुविधाएं होंगी। शुक्रवार को सेवानिवृत्त प्रोफेसर पुष्पेश पंत ने संग्रहालय का क्यूरेटर बनने पर सहमति दे दी है।' उन्होंने बताया कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रो एसएम अख्तर इस परियोजना के सलाहकार वास्तुविद (आर्किटेक्ट) होंगे। राज्य सरकार ने अयोध्या के पास धन्नीपुर में पांच एकड़ जमीन मस्जिद के लिए दी है। आईआईसीएफ मस्जिद के निर्माण के अलावा इंडो इस्लामिक शोध संस

राम मंदिर निर्माण: नींव में पाइलिंग के लिए अयोध्या पहुंची विशालकाय मशीन, IIT के विशेषज्ञों ने भेजी डिजाइन की रिपोर्ट

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 अयोध्या ✌ रामजन्मभूमि  में विरा जमान रामलला के मंदिर निर्माण की तैयारियां की जा रही हैं। इसी कड़ी में शनिवार को भारी भरकम कासागारनेड मशीन मंगवाई गयी। इसी मशीन से रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थल पर सौ फिट तक पाइलिंग कर कंकरीट भरी जाएगी। यही कंकरीट चट्टान का स्वरुप लेगी और फिर इसी पर मूल मंदिर की नींव रखी जाएगी। इसी के चलते कार्यदाई संस्था एल एण्डटी की ओर से मशीन मंगवाई गयी है। जयपुर से चलकर यह मशीन कानपुर में प्रतीक्षारत थी। राम मंदिर का मानचित्र स्वीकृत हो जाने के बाद रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय की हरी झंडी मिलने के बाद मशीन को कानपुर से अयोध्या लाया गया। श्ुाक्रवार की मध्यरात्रि यहां पहुंची मशीन को रामजन्मभूमि परिसर में ले जाने के लिए कई प्रयास किए गये। फिर भी मशीन की लंबाई काफी अधिक होने के कारण उसे नहीं ले जाया जा सका। मालूम हो कि कासागारनेड नामक मशीन की ढुलाई करने वाले वाहन में 88 चक्के लगे हुए हैं। फिलहाल अब ट्रस्ट के निर्देश पर रामजन्मभूमि परिसर के मुख्य द्वार को तोड़कर चौड़ा किया जाएगा। इसके कारण वाहन मुख्य मार्ग पर किनारे पार्क करा दिय