राम मंदिर भूमि पूजन के बाद भगवान राम और परशुराम की मूर्तियों की भारी मांग
अयोध्या में भव्य राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के बाद से भगवान राम और परशुराम की मूर्तियों की मांग में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पीतल नगरी मुरादाबाद के व्यापारियों का कहना है कि भूमि पूजन के बाद से इनकी मांग बढ़ी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक स्थानीय व्यापारी अतुल अग्रवाल ने बताया कि पीतल की भगवान राम और परशुराम की मूर्ति व राम दरबार की बहुत मांग है। आप यहां पर दो इंच से लेकर 40-45 इंच तक के राम दरबार पा सकते हैं। अग्रवाल के मुताबिक, भूमि पूजन के बाद मांग में तेजी देखने को मिल रही है।
एक अन्य व्यापारी अर्पित ने बताया कि यह तेजी पिछले साल आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही शुरू हो गई थी। पिछले साल के दिवाली के मुकाबले इस बार राम दरबार की मांग ज्यादा है। लोग पीतल की मूर्तियों को काफी पंसद कर रहे हैं।
अयोध्या में भव्य राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के बाद से भगवान राम और परशुराम की मूर्तियों की मांग में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पीतल नगरी मुरादाबाद के व्यापारियों का कहना है कि भूमि पूजन के बाद से इनकी मांग बढ़ी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक स्थानीय व्यापारी अतुल अग्रवाल ने बताया कि पीतल की भगवान राम और परशुराम की मूर्ति व राम दरबार की बहुत मांग है। आप यहां पर दो इंच से लेकर 40-45 इंच तक के राम दरबार पा सकते हैं। अग्रवाल के मुताबिक, भूमि पूजन के बाद मांग में तेजी देखने को मिल रही है।
एक अन्य व्यापारी अर्पित ने बताया कि यह तेजी पिछले साल आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही शुरू हो गई थी। पिछले साल के दिवाली के मुकाबले इस बार राम दरबार की मांग ज्यादा है। लोग पीतल की मूर्तियों को काफी पंसद कर रहे हैं।
बता दें कि पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था। इस दौरान उनके साथ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद थीं। राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री परंपरा के अनुसार हनुमानगढ़ी मंदिर गए और वहां पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर आधारित एक डाक टिकट भी जारी किया था।
कई दशकों चल चली कोर्ट में सुनवाई के बाद पिछले साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की पीठ ने सर्वसम्मति से राम लल्ला के पक्ष में फैसला सुनाया था। कोर्ट ने आदेश दिया था कि सरकार एक ट्रस्ट बनाकर 2.7 एकड़ की पूरी जमीन उसे सौंप दे। इसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन हुआ। अब यहीं ट्रस्ट राम मंदिर निर्माण की पूरी प्रक्रिया का देखरेख कर रहा है। वहीं कोर्ट ने अयोध्या में ही मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन आवंटित करने का आदेश भी दिया था।
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