राम मंदिर निर्माण में पत्थर अड़चन नहीं
अयोध्या राजस्थान में अवैध कारोबार पर रोक लगी है,विधिक कारोबार पर नहींजरूरत के अनुसार अधिकृत व्यापारी पत्थर देने को तैयार हैंफोटो: फाइल नं. 1 रामघाट कार्यशाला में पत्थरों की नापजोख में लगे एलएण्डटी कर्मचारीअयोध्या। कमलाकान्त सुन्दरम्राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों की खरीद-फरोख्त में कोई अड़चन नहीं है। राजस्थान के बंशी पहाड़पुर में अवैध खनन पर रोक लगाई गयी है लेकिन विधिक कारोबार में कोई दिक्कत नहीं है। राम मंदिर के लिए पत्थरों की आपूर्ति नियमानुसार की जा रही है। ऐसे में जो अधिकृत व्यक्ति या ठेकेदार होगा, वह पत्थर देगा। दर्जनों व्यापारी आपूर्ति देने के लिए बराबर फोन करते रहते हैं।यह कहना है रामजन्मभूमि कार्यशाला के संचालक मनोज भाई सोमपुरा का। सोमपुरा इन दिनों तराशे गये पत्थरों की नापजोख व उनकी गिनती करा रहे हैं। उनके सहयोग में एलएण्डटी के कर्मचारी भी लगे हैं। पत्थरों की नापजोख के बाद पत्थरों पर नाप अंकित भी की जा रही है।मनोज का कहना है कि मंदिर के प्रस्तावित मॉडल में परिवर्तन के कारण करीब डेढ़ लाख घनफुट अतिरिक्त पत्थरों की आवश्यकता पड़ सकती है। वास्तविक जरूरत का आकलन गिनती पूरे होने के बाद ही हो सकेगा। कार्यशाला में एक दूसरे के ऊपर रखे पत्थरों की गिनती में कठिनाई हो रही है। इसके लिए क्रेन मंगवाने के लिए बातचीत हो रही है। अयोध्या से पहले खुली थी सिरोही व भरतपुर की कार्यशालाएंराजस्थान की कार्यशालाएं नब्बे के दशक में खुली थीं। वहीं अधिकांश पत्थरों की तराशी का काम भी हुआ। पत्थरों को अयोध्या लाने के बाद 96-97 में भरतपुर व सिरोही की तीन-तीन कार्यशालाओं को बंद कराकर अयोध्या में कार्यशाला में तराशी का काम शुरू कराया गया था। फिलहाल राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होते ही सिरोही के प्रभारी रहे मनोज भाई के अनुभवों को देखते हुए उनको यहां बुला गया है। बताते चलें कि रामघाट कार्यशाला के प्रभारी अन्नूभाई सोमपुरा बीमार चल रहे हैं। उनकी अस्वस्थता के कारण मनोज भाई सहयोगी की भूमिका निभाएंगे।रामजन्मभूमि में कार्यशाला खोलने का स्थान तयरामजन्मभूमि के परिसर में पत्थरों की तराशी के लिए कार्यशाला खोलने का स्थान नियत कर दिया गया है। अक्तूबर में नींव की खुदाई शुरू होने के दौरान वहां कार्यशाला का प्रबंध भी हो जाएगा। इसके बाद पत्थरों को वहां भेजने का काम भी शुरू होगा। इसीलिए रामघाट कार्यशाला में पत्थरों पर जमी काई की सफाई के कार्य को रोक दिया गया है।
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