गुप्तारघाट से अयोध्या तक क्रूज पर सफर
अयोध्याबनारस की तर्ज पर सरयू में क्रूज चलाने की योजना पर्यटकों के लिए होगी लग्जरी क्रूज में खास व्यवस्था
अयोध्या : गुप्तारघाट से रामनगरी तक सरयू नदी की धारा में जब लग्जरी क्रूज चलेगा तो पूरी दुनिया देखेगी। पर्यटकों, श्रद्धालुओं को अयोध्या की विशिष्टता से परिचित कराने के लिए इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बनारस की तर्ज पर अयोध्या में भी लोग क्रूज से लगभग आठ किलोमीटर का सफर तय कर लुत्फ उठा सकेंगे। इस सिलसिले में सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है। इंतजार सिर्फ मुख्यमंत्री की हरी झंडी मिलने का है, जिसके बाद इस महत्वाकांक्षी योजना को धरातल पर उतरने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। गुप्तारघाट अयोध्या के जुड़वा शहर फैजाबाद में सरयू का मनोरम तट है।
बनारस में अलकनंदा-काशी नाम से क्रूज चलाने वाले नार्डिक क्रूजलाइन के निदेशक विकास मालवीय ने दैनिक जागरण से खास बातचीत में बताया कि हमारी तैयारी पूरी है। धार्मिक नगरी में विकास के साथ भव्यता का खुद से एहसास करने के लिए पर्यटक और श्रद्धालु लग्जरी सुविधाओं से युक्त क्रूज में सफर कर सकेंगे। उनके लिए यह सफर रोमांच पैदा करने वाला होगा, साथ ही क्रूज में यात्रा करने वालों को अयोध्या के इतिहास से भी परिचित कराया जाएगा। क्रूज से सरयू नदी की धारा के बीच लगभग डेढ़ घंटे का सफर कराने की योजना है। क्रूज पर बैठ कर लोग अयोध्या में सरयू आरती का भी दर्शन कर सकेंगे। मालवीय ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री के समक्ष इसका प्रजेंटेशन किया जाएगा। मुख्यमंत्री की स्वीकृति मिलते ही इस योजना पर तेजी के साथ काम शुरू कर दिया जाएगा।
शिव की नगरी काशी के अस्सी घाट से लेकर राजघाट तक प्रदेश का पहला क्रूज निजी कंपनी नार्डिक क्रूज लाइन का चल रहा है। उसका नाम अलकनंदा-काशी क्रूज है। इस क्रूज में 60 यात्रियों के बैठने की लग्जरी व्यवस्था है। सात किलोमीटर तक गंगा में चलने वाले इस क्रूज में बैठ कर पर्यटक बनारस के घाटों की भव्यता को देखने के साथ ही आरती का भी आनंद उठाते हैं। क्रूज में लगभग दो हजार स्क्वायर फीट जगह है। दो मंजिला इस क्रूज के नीचे का डेक पूरी तरह वातानुकूलित है।
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