अयोध्या : अक्टूबर से राम जन्मभूमि परिसर में ही होगी पत्थरों की तराशी
अयोध्या में अक्टूबर महीने से राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराशी का काम रामजन्मभूमि परिसर में होगा। ताकि पत्थर एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाते समय नष्ट न हों।
🙏अयोध्या
राम मंदिर निर्माण के लिए खोदे जा रहे टेस्टिंग पिलर के साथ पत्थरों को भी परिसर में लाने की तैयारी है। अक्टूबर माह से परिसर में पत्थरों की तराशी का कार्य शुरू हो जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस दिशा में कार्य भी तेज कर दिया है।परिसर में ले जाने के लिए रामसेवक पुरम की कार्यशाला में सामान्य पत्थरों को चिन्हित किया जा रहा है। बता दें कि फैसला आने के पूर्व तक श्री राम जन्म भूमि न्यास कार्यशाला में ही पत्थरों की तराशी का काम होता रहा।
ताकि पत्थरों को न पहुंचे नुकसान
राम मंदिर मॉडल के रचयिता चंद्रकांत सोमपुरा के पुत्र आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा ने मुताबिक, अब पत्थरों की तराशी का कार्य न्यास कार्यशाला में नहीं रामजन्मभूमि परिसर में होगा। यह इसलिए किया जा रहा है जिससे पत्थर एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाते समय नष्ट न हों।
एल ऐंड टी ने शुरू किया काम
पत्थरों को रखने की व्यवस्थाएं मंदिर निर्माण एजेंसी एल ऐंड टी ने शुरू कर दी है। इसके लिए परिसर में 500/200 फिट के दो बड़े स्थान और मजदूरों को काम करने के लिए 100/100 फिट के फील्ड की सफाई हो रही है। इसके बाद जैसे ही पानी और बिजली की व्यवस्था हो जाएगी, वैसे ही 20 दिन के बाद कभी भी पत्थरों की तराशी का काम परिसर में शुरू हो जाएगा।
जरूरत पड़ने पर तुरंत उपलब्ध हो जाएंगे और पत्थर
आशीष सोमपुरा ने बताया कि राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के पत्थरों से ही मंदिर का निर्माण होना है, क्योंकि इसके पहले जितने भी पत्थर तराशे गए हैं उसी स्थान से मंगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि आवश्यकता अनुसार पत्थरों की जरूरत पूरी हो जाएगी।
बता दें अभी कुछ दिन पहले बंसी पहाड़पुर में पत्थरों के खनन पर राजस्थान सरकार ने रोक लगा दी थी। इस कार्यवाही पर आर्किटेक्ट ने बताया कि यह फॉरेस्ट और रेवेन्यू डिपार्टमेंट यह कार्यवाही रुपए के लिए करता है, यह कोई नई बात नहीं है।
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